अपराध

शादीशुदा मर्द से दिल्लगी और नजदीकियां एक नाबालिग युवती की बनी मौत की वजह…

लव, सेक्सऔर धोखा की ये कहानी बिहार की है. शादीशुदा मर्द से दिल्लगी और नजदीकियां एक नाबालिग युवती की बनी मौत की वजह … बन गई. . दरसअल बिहार के समस्तीपुर जिला के दलसिंहसराय अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत उजियारपुर थाना क्षेत्र के नाजीरपुर बाबूपोखर के पास बीते 3 फरवरी को एक नाबालिग किशोरी का शव मिला था. युवती का शव मिलने से
पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था. इस मामले की जांच पुलिस ने शुरू की तो कई चौंका चौं ने वाले खुलासे हुए. डीएसपी मो नजीब अनवर ने खुलासा किया और पूरी घटना के बारे में बताया. इस मामले में दलसिंहसराय डीएसपी नजीब अनवर ने बताया कि नाबालिग की हत्या अवैध संबध के कारण हुई थी. अवैध संबध रखने वाले पड़ोसी ने ही अपनी पत्नी के दबाव में आकर हत्या की इस घटना को अंजाम दिया था. वारदात को पति-पत्नी ने मिलकर अंजाम दिया था और इसके लिए दोनों ने मिलकर किशोरी को एग रॉल में जहर दिया था. पुलिस ने आरोपी घटहो ओपी क्षेत्र के सुल्तानपुर घटहो निवासी रामकांत मेहता के पुत्र राजकुमार मेहता उर्फ रामकुमार मेहता और उसकी पत्नी संजू देवी को गिरफ्तार किया है साथ ही साथ शव को ठिकाने लगाने के लिए उपयोग की गई कार को भी जब्त कर लिया है. डीएसपी ने बताया कि 3 फरवरी को उजियारपुर थाना क्षेत्र के नाजीरपुर बाबूपोखर के पास एक नाबालिक किशोरी की शव मिला था, जिसकी पहचान घटहो ओपी क्षेत्र सुल्तानपुर घटहो निवासी राम प्रसाद महतो की पुत्री फुलशुरान कुमारी के रूप में की गई थी

Delhi liquor scam: अरविंद केजरीवाल को ED का छठा समन

लोकसभा चुनाव से पहले ED के समन का मकसद मेरी गिरफ्तारी- केजरीवाल का जवाब

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए Delhi liquor scam: अरविंद केजरीवाल को ED का छठा समन किया है। जानकारी के मुताबिक, केजरीवाल को 19 फरवरी को ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक पिछले पांच महीनों में संघीय एजेंसी द्वारा जारी किए गए पांच समन में शामिल नहीं हुए थे।

     जया प्रदा को गिरफ्तार कर 27 फरवरी को अदालत में पेश करने का आदेश

    सांतवी बार भी नहीं हुईं हाजिर

    बॉलीवुड एक्ट्रेस से नेता बनीं जया प्रदा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक पुराने मामले में कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। रामपुर की एमपी/एमएलए अदालत ने पुलिस अधीक्षक को अभिनेत्री से नेता बनी जया प्रदा को गिरफ्तार कर 27 फरवरी को अदालत में पेश करने का आदेश दिया है। पुलिस अधीक्षक को विशेष टीम गठित कर पूर्व सांसद को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है। 

    क्या है पूरा मामला

    दरअसल, साल 2019 में रामपुर की लोकसभा सीट से जया प्रदा ने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। चुनाव के दौरान ही एक्ट्रेस पर आचार संहिता के उल्लंघन  का आरोप लगा था। इसी कड़ी में उन पर दो मामले दर्ज हुए थे। दोनों ही मामले रामपुर की एमपी/एमएलए अदालत में चल रहे हैं। लगातार कई सुनवाई पर जया प्रदा हाजिर नहीं हुईं। इसके बाद ही उनके खिलाफ एक-एक कर के साथ गैर जमानती वारंट जारी किए गए। इसके बावजूद वो कोर्ट नहीं पहुंची ऐसे में कोर्ट ने आदेश दिया है कि अब उन्हें गिरफ्तार कर पेश किया जाए। जया प्रदा के खिलाफ 2019 के चुनाव प्रचार के दौरान यहां के स्वार थाने में मामला दर्ज किया गया था।

    यह मामला रामपुर की एमपी-एमएलए अदालत में लंबित है। जया प्रदा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में रामपुर से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था और आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद एक सड़क का उद्घाटन किया था। अदालत ने पहले भी जया प्रदा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के लिए कहा था। इसके बावजूद भी टीम उन्हें पेश नहीं कर सकी। अब एक बार फिर गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है और रामपुर पुलिस को जयप्रदा की तलाश है। 

    Haldwani news: हल्द्वानी में जबरदस्त तनाव

    क्यों धधक उठा हल्द्वानी

    Haldwani news: हल्द्वानी में जबरदस्त तनाव. स्‍थानीय बनभूलपुरा के मलिक का बगीचा इलाके में सरकारी जमीन पर बने मदरसे को तोड़ने पहुंची नगर निगम की टीम पर भू- माफिया के लोगों ने हमला करते हुए थाने को फूंक दिया. यहां नगर निगम की टीम और पुलिस फोर्स के पहुंचने से पहले ही शरारती तत्‍व मौजूद थे, जैसे ही अमले ने कार्रवाई शुरू की तो इन उपद्रवियों ने पथराव किया. 10 दिन पहले निगम ने भू-माफिया से सरकारी जमीन छुड़ाई है. इस घटना के बाद सीएम पुष्‍कर सिंह धामी ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में चीफ सेक्रेटरी, डीजीपी समेत कई अफसर मौजूद हैं. सीएम पुष्‍कर सिंह धामी ने कहा कि शांति व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है. मामले में जांच होगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. दरअसल, बनभूलपुरा इलाके में नगर निगम की टीम एक अवैध मदरसे को गिराने पहुंची थी कि उस पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया. यहां मौजूद पुलिस पर भी पथराव हुआ और उपद्रवी तत्‍वों ने बनभूलपुरा थाने को चारों तरफ से घेर लिया. इन लोगों ने पुलिस के वाहनों में आग लगा दी और जमकर तोड़- फोड़ की. इस हमले में कई पुलिस कर्मियों को चोट आईं हैं.

    Maharashtra: पुलिस के सामने BJP MLA ने Shiv Sena नेता को मारी गोली

    महाराष्ट्र के उल्हासनगर में शुक्रवार देर रात बीजेपी विधायक गणेश गायकवाड़ ने कथित तौर पर शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ को गोली मार दी. गोलीबारी हिल लाइन पुलिस स्टेशन में एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी के केबिन के अंदर हुई, जहां दो राजनेता और उनके समर्थक लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवाद पर शिकायत दर्ज कराने के लिए एकत्र हुए थे. इसके बाद पुलिस ने आरोपी विधायक को तुरंत हिरासत में ले लिया

    गोलीबार में घायल होने वाले महेश गायकवाड़ की स्थिति चिंताजनक है, इसकी जानकारी रुग्णालय प्रशासन ने प्रदान की है।

    ठाणे: उल्हासनगर थाने में शुक्रवार रात को भाजपा के कल्याण पूर्व विभाग के आमदार गणपत गायकवाड़ द्वारा किए गए गोलीबार में घायल होने वाले शिवसेना के कल्याण पूर्व विभाग के शहरप्रमुख महेश गायकवाड़ की स्थिति चिंताजनक है, इसकी जानकारी रुग्णालय प्रशासन ने दी है। वहीं, राहुल पाटील की स्थिति स्थिर है और डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को सुरक्षित रखने के लिए देखभाल की है, इसकी भी रुग्णालय प्रशासन ने बताया है। हिललाईन पोलीस ठाणे के वरिष्ठ निरीक्षक अनिल जगताप की दालना में शुक्रवार रात्रि में हुई घटना में आमदार गणपत गायकवाड़ और शहरप्रमुख महेश गायकवाड़ वहीं मौजूद थे। इस समय आमदार गायकवाड़ ने शहरप्रमुख महेश गायकवाड़ पर गोलीबारी की। इसमें महेश और उनके सहकारी राहुल पाटील दोनों घायल हो गए। इन दोनों को ठाणे के ज्यूपिटर रुग्णालय में इलाज के लिए ले जाया गया है। ज्यूपिटर रुग्णालय प्रशासन ने चिकित्सा बुलेटिन के जरिए इन दोनों की स्थिति का अपडेट दिया है। महेश गायकवाड़ ने 2 फरवरी को रात्रि को रुग्णालय में उपचार के लिए दाखिला कराया। उन पर गोलीबारी के कई जखम हुए थे। उन पर रात्रि में शस्त्रक्रिया की गई, और इसके पश्चात उन्हें अतिदक्षता विभाग में ले जाया गया है। वह व्हेंटिलेटर पर हैं और उनकी स्थिति विचारित जा रही है। एक विशेषज्ञ टीम उनकी स्थिति का निरीक्षण कर रही है। इसी के साथ ही, राहुल पाटील भी बंदूकी की गोली से घायल होने के कारण रुग्णालय में उपचार के लिए दाखिल किया गया है। उन पर भी रात्रि में शस्त्रक्रिया की गई और वह भी अतिदक्षता विभाग में ठेवे जा रहे हैं। उनकी स्थिति स्थिर है और विशेषज्ञ डॉक्टरों के द्वारा ध्यानपूर्वक देखभाल की जा रही है। रुग्णालय प्रशासन ने इस संपूर्ण घटना की मेडिकल बुलेटिन के माध्यम से जानकारी प्रदान की है।

    जेल में कटेगी हेमंत सोरेन की रात, नई सरकार का संकट बरकरार

    Jharkhand Political Crisis: हेमंत सोरेन की रात होटवार जेल के अपर डिवीजन सेल बीतेगी. इस बीच महागठंधन के 40 विधायकों को हैदराबाद लेकर जाने वाली चार्टर्ड विमान उड़ान नहीं भर सकी. रांची एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी 100 हो गई. मौसम को देखते हुए रांची एयरपोर्ट से फ्लाइट्स को रद्द किया गया. वहीं, झारखंड में नई सरकार का संकट और सस्पेंस गहरा गया है. झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के नए नेता चंपई सोरेन ने गुरुवार शाम राजभवन पहुंचकर सरकार के लिए एक बार फिर दावेदारी पेश की, लेकिन, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि वह इस बारे में अपना निर्णय अगले दिन बताएंगे. उन्होंने इस संबंध में आवश्यक परामर्श मांगा है, जो अब तक नहीं मिला है. गुरुवार रात तक राज्य में यथास्थिति बनी रहेगी. दरअसल, हेमंत सोरेन ने बुधवार की रात करीब साढ़े आठ बजे सीएम पद से इस्तीफा दिया था. इसके तुरंत बाद चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था. उन्होंने कहा था कि हमें कुल 47 विधायकों का समर्थन हासिल है, लेकिन, चार विधायक अभी राज्य के बाहर हैं. सरकार बनाने के लिए विधायकों की जरूरी संख्या 43 है और राज्यपाल अगर इजाजत दें तो हम इनकी परेड कराने को तैयार हैं. लेकिन, 22 घंटे से ज्यादा वक्त गुजरने के बाद भी राज्यपाल ने उनकी दावेदारी पर निर्णय नहीं लिया. अब उन्होंने शुक्रवार सुबह तक के लिए अपना फैसला स्थगित रख लिया है. राज्यपाल से मुलाकात के वक्त चंपई सोरेन के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता, झारखंड विकास मोर्चा (प्र) के प्रदीप यादव और सीपीआई एमएल के विधायक विनोद भी थे. इसके पहले चंपई सोरेन ने गुरुवार दोपहर राज्यपाल को एक पत्र भी लिखा था. इसमें उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद ही मेरे नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा पेश किया गया है. हमने 47 विधायकों के समर्थन के दावे और 43 विधायकों की साइन का समर्थन पत्र आपको सौंपा है. 43 विधायक बुधवार को राजभवन के गेट के बाहर भी खड़े थे. पिछले 18 घंटों से राज्य में कोई सरकार नहीं है. इससे असमंजस की स्थिति है. इसलिए आग्रह है कि सरकार बनाने के लिए हमें बुलाया जाए.