
बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट केस की जांच में अब केंद्रीय जांच एजेंसी NIA की टीम भी जुट गई है. बेंगलुरु रेस्तरां ब्लास्ट के बाद CCTV में दिखा आरोपी, घटना के बाद सबसे पहले फायर ब्रिगेड और व्हाइटफील्ड पुलिस ने बताया कि सिलेंडर में विस्फोट हुआ है. रामेश्वरम कैफे बेंगलुरु का फेमस कैफे है. यह कैफे वाइटफील्ड के ब्रुकफील्ड इलाके में है जो शहर का बिजनेस सेंटर और मशहूर टेक हब है. कैफे में धमाके वाली जगह से बैटरी, जला हुआ बैग और कुछ आईडी कार्ड मिले हैं. अब CCTV फुटेज में आरोपी की पहली तस्वीर सामने आई है. पुलिस के मुताबिक, संदिग्ध ने कथित तौर पर इस बैग को कैफे में रखा और फिर विस्फोट होने से पहले वहां से चला गया। संदिग्ध के साथ देखे गए एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। बेंगलुरु पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। मुख्य संदिग्ध, जिसका चेहरा मास्क, चश्मे और सिर के ऊपर टोपी से छिपा हुआ था, कैफे के अंदर लगे कैमरों में इडली की प्लेट ले जाते हुए देखा गया था। यह विस्फोट शुक्रवार को दोपहर 12.50 से 1 बजे के बीच हुआ, जिसमें दस लोग घायल हो गए। पुलिस ने हमले के जवाब में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के कड़े प्रावधान लागू किए हैं।
Read Also:
Big Breaking: गुजरात में सबसे बड़े ड्रग्स तस्करी का भंडा फोड़! 3300 KG ड्रग्स जब्त
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, जिन्होंने गृह मंत्री जी परमेश्वर के साथ विस्फोट स्थल का दौरा किया, ने विस्फोट की घटनाओं के अनुक्रम के बारे में जरुरी जानकारी दी। उन्होंने बताया, “विस्फोट दोपहर 1 बजे हुआ। लगभग 28-30 साल का एक युवक कैफे में आया, काउंटर पर रवा इडली खरीदी, बैग को एक पेड़ के पास (कैफे के बगल में) रखा और चला गया। एक घंटे के बाद विस्फोट उसी जगह हुआ।” बेंगलुरु रेस्तरां ब्लास्ट के बाद CCTV में दिखा आरोपी, केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) ने जांच की जिम्मेदारी संभाल ली है। कई टीमें सक्रिय रूप से आरोपियों की पहचान करने के लिए सुराग तलाश रही हैं। राज्य पुलिस प्रमुख आलोक मोहन ने इस घटना को “बम विस्फोट” करार दिया लेकिन जनता को आश्वासन दिया कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार रामेश्वरम कैफे के सह-संस्थापक दिव्या राघवेंद्र राव ने बताया कि विस्फोट के बाद शुरू में ये अनुमान लगाया गया कि ब्लास्ट किचन एरिया में हुआ है।