Solar rooftop scheme: सरकार लगातार सोलर अनर्जी को बढ़ावा दे रही है. किसानों को दिन के समय 12 घंटे की लगातार पावर सप्लाई प्रदान करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा एलान किया है.

Solar rooftop scheme: सरकार लगातार सोलर अनर्जी को बढ़ावा दे रही है. Solar rooftop scheme: किसानो को अब 12 घंटे लगातार सोलर से मिलेगी बिजली, किसानों को दिन के समय 12 घंटे की लगातार पावर सप्लाई प्रदान करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा एलान किया है. महाराष्ट्र उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने 9,000 मेगावाट बिजली पैदा करने के लिए सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए 95 संस्थाओं को लेटर ऑफ अवॉर्ड जारी कर दिए हैं. कहा गया है कि इस कदम से महाराष्ट्र में 25,000 नौकरियां पैदा होंगी. सरकार के फैसले से 2025 तक 40 फीसदी एग्रीकल्चर फीडर सोलर एनर्जी से चलने में सक्षम हो जायेंगे. फड़नवीस ने कहा कि हमारी सरकार किसानों को दिन के समय 12 घंटे बिना रुकावट बिजली देने के लिए प्रतिबद्ध है. 9,000 मेगावाट के सोलर प्लांट के लिए 95 डेवलपर्स को एलओए दिए गए. इस फैसले को बिजली क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि बताते हुए फड़णवीस ने कहा कि कृषि क्षेत्र में इतने बड़े पैमाने पर सोलर एनर्जी स्थापित करने वाला महाराष्ट्र पहला राज्य है. उन्होंने कहा कि प्रति यूनिट बिजली की लागत 7.50 रुपये है, जबकि सौर ऊर्जा की लागत 2.50 रुपये से 3 रुपये प्रति यूनिट होगी. राज्य सरकार किसानों को 1.25 रुपये प्रति यूनिट की रियायती दर पर बिजली देती है, जिससे 13,000 करोड़ रुपये का खर्च आता है. उन्होंने कहा कि अगर कृषि को पूरी तरह से सोलर एनर्जी पर शिफ्ट कर दिया जाए तो खर्च कम हो जाएगा.
महाराष्ट्र में 1.6 करोड़ किसान-महाराष्ट्र में 1.6 करोड़ किसान हैं जिनमें से 78 प्रतिशत निम्न और सीमांत श्रेणी में हैं. डिप्टी सीएम ने कहा कि सौर ऊर्जा न केवल लागत प्रभावशीलता में बल्कि सूर्यास्त के बाद खेतों में काम करने में भी मदद करेगी. Solar rooftop scheme: किसानो को अब 12 घंटे लगातार सोलर से मिलेगी बिजली, अप्रैल 2023 में राज्य सरकार ने पीएम-कुसुम योजना के मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना (MSKVY) 2.0 शुरू की. तब से, ऊर्जा विभाग, MSEDCL और MSAPL को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जिसके कारण पूरे महाराष्ट्र में 9,000 मेगावाट से अधिक सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट की खरीद के लिए निविदा प्रक्रिया बंद कर दी गई.